Blog

  • Delhi Crime Season 3 Review Hindi : सीरियल किलर का खौफनाक ट्विस्ट – एक क्लिक में पूरी थ्रिलर, देखकर रात भर नहीं सो पाओगे

    Delhi Crime Season 3 Review Hindi : सीरियल किलर का खौफनाक ट्विस्ट – एक क्लिक में पूरी थ्रिलर, देखकर रात भर नहीं सो पाओगे

    मनोरंजनDelhi Crime Season 3 Review Hindi भारत को अंतरराष्ट्रीय एमी अवॉर्ड दिलाने वाली पहली वेब सीरीज Delhi Crime Season 3 आज रिलीज हो चुकी है। पहले दो सीजन में दर्शकों को दीवाना बनाने के बाद इस सीजन में भी यह धमाल मचाने के लिए तैयार है। इस वेब सीरीज की ख़ास बात ये है की यह सत्य घटना पर आधारित होती है। जिससे इसकी कहानियों का रोमांच एक अलग ही लेवल का हो जाता है। अगर आपने इसका पिछला 2 सीजन देखा हुआ है तो यकीन मानिये Delhi Crime Season 3 की कहानी उससे भी आगे निकलने को तैयार है। अगर आप क्राइम थ्रिलर के शौकीन हैं तो आप इसे देखने से खुद को रोक नहीं पाएंगे। लेकिन इसे देखने से पहले Delhi Crime Season 3 Review को जरूर पढ़ें।

    Delhi Crime Season 3 Review Hindi
    Delhi Crime Season 3 Review Hindi

    यह भी पढ़ें : – Matthew Breetzke Career Stats कौन है क्रिकेट का नया सनसनी मैथ्यू ब्रीट्जके ? जानिये करियर, रिकॉर्ड्स ..

    Delhi Crime Season 3 Review Hindi

    Delhi Crime Season 3 Review Hindi की शुरुआत होती है, मैडम सर यानी शेफाली शाह की वापसी से। अपराधियों को सलाखों के पीछे भेजने वाली डीआईजी वर्तिका चतुर्वेदी (शेफाली शाह) अब और भी सख्त मिजाज दिखाई देती है। पहले ही सीन में वह एक ऐसे ट्रक का पीछा करती हुई दिखाई देती है, जिसमे हथियार भरे होने की सुचना है। हालांकि जब ट्रक को रोकने के बाद उसे खोला जाता है तो उसके अंदर कम उम्र की लडकियां जानवरों की तरह ठुंसी हुई मिलती है। इन लड़कियों को नौकरी के नाम पर हरियाणा में बेचा जाना था।

    यहीं से शुरू होती है इस सीजन की खतरनाक कहानी दरअसल इस सीजन में वर्तिका चतुर्वेदी का सामना एक ऐसे सीरियल किलर से हुआ है, जो लड़कियों और महिलाओं को निशाना बना रहा है। क्राइम करने के बाद किलर एक मैसेज छोड़ता है: “justice delayed is justice denied“। ये लाइन सुनते ही शरीर के रोयें खड़े हो जाते हैं।

    Delhi Crime Season 3 Review Hindi डायरेक्टर तनुज चोपड़ा ने स्क्रिप्ट को इस तरह से लिखा है की पहले एपिसोड के आखिरी 10 मिनट में ही आप सोचने लगते हैं – अरे, ये तो असल जिंदगी से भी डरावना है। नीति सिंह (रसिका दुग्गल), भीम सिंह (राजेश तैलंग), और नए जोड़े गए कैरेक्टर जैसे युवा सब-इंस्पेक्टर जयदीप (अविनाश तिवारी) किलर को रोकने के लिए एक टीम बनाते हैं। हर कैरेक्टर का अतीत इतना ज़बरदस्त लिखा गया है की आप उनसे खुद को जुड़ा महसूस करने लगते हैं।

    यह भी पढ़ें : – देवी लक्ष्मी की पूजा दीवाली के दिन ही क्यों की जाती है ? जानिये इसके पीछे का रहस्य और कारण

    Delhi Crime Season 3 के पहले एपिसोड में दिखाया गया है की दिल्ली के एक पॉश इलाके में एक लड़की की लाश मिलती है। किलर लड़की के शरीर पर एक अजीब सा निशान बनाकर छोड़ देता है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में Delhi Crime Season 3 Review Hindi लड़की की मौत ज़हर से होना बताया जाता है। जहर देने का तरीका देखकर डॉक्टर भी हैरान हो जाते हैं। अब यहाँ से चूहे और बिल्ली का खेल शुरू होता है। वर्तिका की टीम CCTV फुटेज खंगालती है, चश्मदीदों से पूछताछ भी करती है लेकिन किलर पुलिस से एक कदम आगे ही रहता है।

    अगर आप क्राइम थ्रिलर देखने के शौक़ीन हैं तो आपने ‘माइंडहंटर’ या ‘ट्रू डिटेक्टिव’ जैसी सीरीज़ जरूर देखा होगा। Delhi Crime Season 3 भी उसी के लेवल का थ्रिलर क्रिएट करती है लेकिन इंडियन फ्लेवर में। दिल्ली की भीड़भाड़ वाली गलियां, ट्रैफिक जाम, और पुलिस की लिमिटेड रिसोर्सेज – ये सब रियल लगते हैं। कोई सुपरहीरो पुलिस नहीं, बल्कि असल इंसान जो गलतियां करते हैं।

    shefali shah madamsir

    Delhi Crime Season 3 Twist

    केस की जांच कर रही वर्तिका चतुर्वेदी जब इस केस की तह में जाती हैं, तो जो कुछ सामने आता है वह देखकर पूरी पुलिस टीम चौंक जाती है। दरअसल किलर कोई बाहरी नहीं बल्कि सोसाइटी का ही एक हिस्सा है जो खुद को विक्टिम बनाकर पेश कर रहा था। स्क्रिप्ट राइटर रिचा यामिनी और टीम ने सोशल मीडिया, fake news, और vigilante justice को इतनी चालाकी से जोड़ा है कि आप सोचने पर मजबूर हो जाते हैं – क्या जस्टिस सिस्टम सच में फेल हो रहा है? शेफाली शाह का परफॉर्मेंस तो कमाल का है। एक सीन में वो किलर के मैसेज को पढ़ते हुए ब्रेकडाउन करती हैं – आंसू नहीं, बस आंखों में वो दर्द जो सालों की सर्विस से आता है।

    Delhi Crime Season 3 Review Hindi सिर्फ एक क्राइम थ्रिलर नहीं है बल्कि यह आज के समाज की हकीकत दिखाने का काम कर रही है। इस सीजन में विमेन सेफ्टी, पुलिस रिफॉर्म्स, मीडिया ट्रायल सबको मिलाकर एक कॉकटेल तैयार किया गया है। एक एपिसोड में टीम एक पॉलिटिशियन के घर रेड मारती है, और वहां का डायलॉग “कानून अमीरों के लिए अलग, गरीबों के लिए अलग।” ये लाइन आपको सोचने पर मजबूर कर देती है।

    Delhi Crime Season 3 Review Hindi

    तनुज चोपड़ा द्वारा निर्देशित यह सीजन भी अपने कहानी की वजह से दर्शकों को भावुक करने में कामयाब रहती है। जरूरतमंद लड़कियों को हरियाणा के मर्दों के सामने जिस तरह से बेचा जाता है, वह रोंगटे खड़े कर देता है। इन लड़कियों को दुल्हन बनाकर विदेशों में भेजा जाता है जहाँ उन्हें जिस्मफरोशी के दलदल में उतार दिया जाता है। हालांकि, इस बार इन्वेस्टिगेशन में पहले जैसी कसावट, रोमांच और सस्पेंस नहीं है।

    पूरी सीरीज में एक भी ऐसा ट्विस्ट नहीं है जो दर्शकों को चौंका देने की क्षमता रखता हो। इस सीरीज में अपराधी आसानी से लड़कियों की खरीद फरोख्त करता है। उन्हें एक राज्य से दूसरे राज्य में भेजने में भी कोई परेशानी नहीं होती है। पुलिस भी इन तक काफी आसानी से पहुँच जाती है। जो इस सीरीज के रोमांच को ख़त्म करने का काम करती है।

    वेब सीरीज का मजबूत पक्ष इस बार भी शेफाली शाह और उनकी टीम की अदाकारी है। शेफाली, मैडम सर की भूमिका में ऐसे घुस जाती हैं, जैसे कभी उससे बाहर ही न आई हों। कई इमोशनल सीन में बिना किसी डायलॉग के उनका चेहरा सब कह देता है। वहीं, रसिका दुग्गल, राजेश तैलंग, अदिति सिंह भी अपना प्रभाव छोड़ती हैं।

    सिनेमेटोग्राफी, एडिटिंग, बैकग्राउंड स्कोर जैसे तकनीकी पक्षों में ‘दिल्‍ली क्राइम सीजन 3’ सीरीज मजबूत है।

    Delhi Crime Season 3 क्यों देखें ?

    अगर आप बड़े महानगरों की चकाचौंध के पीछे छिपे अँधेरे को देखना चाहते हैं तो इसे जरूर देखें। दिल्ली क्राइम 3 वो सीरीज़ है जो आपको सोचने पर मजबूर करती है, क्या हमारा सिस्टम बदल रहा है ? किलर पकड़ा जाता है या नहीं ? ये जानने के लिए आपको Delhi Crime Season 3 देखना पडेगा।

  • Matthew Breetzke Career Stats कौन है क्रिकेट का नया सनसनी मैथ्यू ब्रीट्जके ? जानिये करियर, रिकॉर्ड्स ..

    Matthew Breetzke Career Stats कौन है क्रिकेट का नया सनसनी मैथ्यू ब्रीट्जके ? जानिये करियर, रिकॉर्ड्स ..

    क्रिकेटMatthew Breetzke Career Stats दक्षिण अफ्रीका के नए कप्तान मैथ्यू ब्रीट्ज़के ने काफी कम समय में क्रिकेट की दुनिया में वह मकाम हासिल कर लिया है, जी कई क्रिकेटरों का सपना ही रह जाता है। वनडे क्रिकेट में महज 6 महीने पहले अपना अन्तर्राष्ट्रीय मैच खेलने वाले मैथ्यू ब्रीट्ज़के दक्षिण अफ्रीका के कप्तान बन चुके हैं। इन्होने पअपने पदार्पण मुकाबले में ही 150 रनों की पारी खेलकर इतिहास के पन्नों पर अपना नाम स्वर्ण अक्षरों में दर्ज करवा लिया। दरअसल, वनडे क्रिकेट के इतिहास में अपने पदार्पण मुकाबले में अभी तक किसी भी खिलाड़ी ने 150 रनों की पारी नहीं खेली थी। इस खिलाड़ी ने अब एक और रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया है।

    यह भी पढ़ें : – देवी लक्ष्मी की पूजा दीवाली के दिन ही क्यों की जाती है ? जानिये इसके पीछे का रहस्य और कारण

    26 साल के मैथ्यू ब्रीट्ज़के दुनिया के पहले बल्लेबाज बन चुके हैं जिन्होंने शुरूआती 5 मैचों में अर्धशतक लगाए हैं। मैथ्यू ब्रीट्ज़के ने भारत के नवजोत सिंह सिद्धू का रिकॉर्ड तोड़ा। नवजोत सिंह सिद्धू ने इससे पहले वनडे करियर की शुरुआत में लगातार चार मैचों में अर्धशतक लगाए थे।

    कौन हैं मैथ्यू ब्रीट्जके? Matthew Breetzke Career Stats

    दक्षिण अफ्रीका के पोर्ट एलिजाबेथ में जन्मे मैथ्यू ब्रीट्जके का जन्म 3 नवंबर 1998 को हुआ। 1998 में पोर्ट एलिजाबेथ में जन्मे और ग्रे हाई स्कूल से शिक्षा प्राप्त करने वाले ब्रीट्जके 2017 से ईस्टर्न प्रोविंस के लिए घरेलू स्तर पर खेल रहे हैं। घरेलु स्तर पर धमाल मचाने के बाद सितंबर 2023 में दक्षिण अफ्रीका के नेशनल टीम में वनडे टीम में चुना गया। मैथ्यू ब्रीट्जके दक्षिण अफ्रीका के लिए तीनों ही फॉर्मेट में खेल चुके हैं। और अपने शानदार प्रदर्शन की बदौलत टीम में अपनी जगह पक्की कर चुके हैं।

    मैथ्यू ब्रीट्जके का शुरूआती जीवन

    Matthew Breetzke Stats

    3 नवंबर 1998 को दक्षिण अफ्रीका के पोर्ट एलिज़ाबेथ में जन्म लेने वाले मैथ्यू ब्रीट्जके Matthew Breetzke को शुरुआत से ही क्रिकेट में लगाव था। क्रिकेट में उनके लगाव को देखते हुए उनके परिजनों ने उन्हें स्थानीय क्रिकेट अकेडमी में एडमिशन करवा दिया। चूँकि इनके पिता भी क्लब क्रिकेटर थे तो मैथ्यू के लिए आगे की राह और भी आसान हो गयी। उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा ग्रे हाई स्कूल, पोर्ट एलिज़ाबेथ से प्राप्त की, जो दक्षिण अफ्रीका के प्रसिद्ध खेल स्कूलों में से एक है। इसी स्कूल से पूर्व क्रिकेटर ग्रैम स्मिथ और वेन पारनेल जैसे खिलाड़ी भी निकले हैं।

    क्रिकेट करियर Matthew Breetzke Career Stats

    मैथ्यू ने बेहद कम उम्र में ही क्रिकेट Matthew Breetzke Career Stats खेलना शुरू कर दिया था। 13 साल की उम्र में ही वह अपनी टीम के कप्तान बन चुके थे। अंडर-19 क्रिकेट में ज़बरदस्त प्रदर्शन के बाद चयनकर्ताओं का ध्यान मैथ्यू की तरफ गया। 2016 की अंडर-19 क्रिकेट टीम में उनका चयन किया गया, जहां वह श्रीलंका और इंग्लैंड जैसी टीमों के खिलाफ बेहतर प्रदर्शन कर चयनकर्ताओं की नज़र में आ गए।

  • देवी लक्ष्मी की पूजा दीवाली के दिन ही क्यों की जाती है ? जानिये इसके पीछे का रहस्य और कारण

    देवी लक्ष्मी की पूजा दीवाली के दिन ही क्यों की जाती है ? जानिये इसके पीछे का रहस्य और कारण

    धर्मLaxmi Ji Ko Khush Karne Ke Upay भारत एक ऐसा देश है जहां हरेक त्यौहार पुरे उत्साह के साथ मनाया जाता है। यहां हर त्यौहार का अपना धार्मिक, आध्यात्मिक और सामाजिक महत्व होता है। ऐसा ही एक त्यौहार है जिसका भारतीय लोग काफी बेसब्री से इन्तजार करते हैं। भारत में 20 अक्टूबर को दीपावली मनाई जायेगी। इसी दिन धन की देवी मां लक्ष्मी की पूजा की जाती है। इस पूजा को करने के पीछे धन, सौभाग्य, समृद्धि और सुख-शांति की कामना की जाती है। मान्यता ही की दीपावली के दिन माँ लक्ष्मी की पूजा करने से जीवन में सुख-शान्ति आती है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है — लक्ष्मी पूजा क्यों की जाती है, इसका महत्व क्या है और इसे करने के पीछे क्या कारण हैं ? चलिए आपको बताते हैं की माँ लक्ष्मी की पूजा दीपावली के दिन ही क्यों की जाती है।

    🌼 माँ लक्ष्मी कौन हैं?

    हिंदू धर्म में माँ लक्ष्मी को धन, वैभव, सौभाग्य और समृद्धि की देवी माना गया है। वह भगवान विष्णु की अर्धांगिनी हैं और उनके बिना विष्णुजी का कोई भी अवतार पूर्ण नहीं माना जाता।
    माँ लक्ष्मी का नाम ही “लक्ष्य” शब्द से बना है, जिसका अर्थ है “उद्देश्य”। यानी जीवन में जो भी लक्ष्य हमें प्राप्त करना है — चाहे वह धन हो, ज्ञान हो या सफलता — वह माँ लक्ष्मी की कृपा (Laxmi Ji Ko Khush Karne Ke Upay ) से ही संभव होता है।

    laxmi ji ko khush karne ke upay
    laxmi ji ko khush karne ke upay

    🪔 लक्ष्मी पूजा का इतिहास

    लक्ष्मी पूजा की परंपरा हजारों वर्षों पुरानी है। कहते हैं कि समुद्र मंथन के दौरान जब देवताओं और असुरों ने मिलकर समुद्र को मथा, तब चौदह रत्नों के साथ माँ लक्ष्मी भी समुद्र से प्रकट हुईं। उनके हाथों में कमल था और उनके प्रकट होने से सम्पूर्ण जगत में प्रकाश और समृद्धि फैल गई।

    उस दिन को ही दीपावली के रूप में मनाया जाने लगा।
    क्योंकि इसी दिन माँ लक्ष्मी पृथ्वी पर आती हैं और जो भी व्यक्ति सच्चे मन से उनकी पूजा करता है, उसे धन और सौभाग्य का वरदान मिलता है।

    💫 लक्ष्मी पूजा क्यों की जाती है? Laxmi Ji Ko Khush Karne Ke Upay

    लोग आमतौर पर यह समझते हैं कि लक्ष्मी पूजा केवल धन प्राप्ति के लिए की जाती है, लेकिन इसका अर्थ इससे कहीं अधिक गहरा है।

    नीचे कुछ प्रमुख कारण दिए गए हैं जिनकी वजह से लक्ष्मी पूजा की जाती है 👇

    • धन और समृद्धि की प्राप्ति के लिए
    • माँ लक्ष्मी को “धन की अधिष्ठात्री देवी” कहा गया है।
    • जो व्यक्ति उनकी आराधना (Laxmi Ji Ko Khush Karne Ke Upay ) करता है, उसके जीवन में धन, सुख और समृद्धि बनी रहती है।
    • नकारात्मक ऊर्जा को दूर करने के लिए
    • दीपक जलाने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
    • दीवाली की रात लक्ष्मी पूजा से नकारात्मक शक्तियाँ दूर होती हैं।
    • मानसिक शांति और संतुलन के लिए
    • लक्ष्मी केवल भौतिक धन ही नहीं, बल्कि आध्यात्मिक संपन्नता का भी प्रतीक हैं।
    • उनकी पूजा से मन की अशांति, चिंता और भय समाप्त होते हैं।
    • कर्म और परिश्रम का सम्मान
    • माँ लक्ष्मी उसी घर में आती हैं जहाँ कर्म और ईमानदारी का सम्मान होता है।
    • इसलिए पूजा के साथ अच्छे कर्म करना भी आवश्यक माना गया है।

    🔱 लक्ष्मी पूजा कब और कैसे की जाती है?

    लक्ष्मी पूजा सामान्यतः कार्तिक मास की अमावस्या तिथि को की जाती है, जिसे हम दीवाली के रूप में मनाते हैं।
    इस दिन पूरे घर की साफ-सफाई की जाती है ताकि माँ लक्ष्मी का स्वागत शुद्धता के साथ हो सके।

    🕯️ पूजन विधि: Laxmi Ji Ko Khush Karne Ke Upay

    घर की सफाई करें:
    लक्ष्मीजी स्वच्छ स्थान में निवास करती हैं। इसलिए घर, विशेषकर पूजा स्थान को अच्छे से साफ करें।

    दीप जलाएं:
    दीपक जलाकर अंधकार को दूर करें — यह ज्ञान और प्रकाश का प्रतीक है।

    माँ लक्ष्मी, भगवान गणेश और कुबेर की स्थापना करें:
    इन तीनों की एक साथ पूजा की जाती है क्योंकि ये धन, बुद्धि और भंडार के देवता हैं।

    सामग्री तैयार करें:
    फूल, चावल, मिठाई, सिक्के, कलश, नारियल, घी का दीपक, कपूर आदि पूजा में रखें।

    मंत्र जाप करें:
    “ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं महालक्ष्म्यै नमः”
    इस मंत्र का जाप करने से माँ लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है।

    भोग लगाएं और आरती करें:
    मिठाइयों और फलों का भोग लगाकर लक्ष्मी आरती करें। फिर परिवार में प्रसाद बांटें।

    🌸 लक्ष्मी पूजा के दौरान किन बातों का ध्यान रखना चाहिए

    पूजा के दिन घर में कोई भी नकारात्मक या क्रोधपूर्ण माहौल न बनाएं।

    शाम के समय सभी दीपक जलाकर घर के कोनों को रोशन करें।

    झाड़ू, तेल, और दीया जैसी चीजें इस दिन खरीदना शुभ माना जाता है।

    पूजा के बाद किसी भी गरीब को भोजन या वस्त्र दान करें।

    🧡 लक्ष्मी पूजा के वैज्ञानिक और मनोवैज्ञानिक कारण

    भारत की हर परंपरा के पीछे एक वैज्ञानिक कारण छिपा होता है। लक्ष्मी पूजा भी सिर्फ धार्मिक नहीं, बल्कि मानव जीवन को संतुलित करने का माध्यम है।

    स्वच्छता का महत्व

    दीवाली से पहले सफाई करने से घर में संक्रमण और बीमारियाँ दूर होती हैं।

    दीप जलाने का अर्थ

    तेल का दीपक वातावरण में पॉजिटिव आयन बढ़ाता है, जिससे शांति का अनुभव होता है।

    सामूहिकता और सकारात्मक सोच

    पूरे परिवार के साथ पूजा करने से एकता और भावनात्मक जुड़ाव बढ़ता है।

    कृतज्ञता का भाव

    लक्ष्मी पूजा हमें यह सिखाती है कि हमारे जीवन में जो कुछ भी है, वह दैवी कृपा से है, और हमें उसके लिए आभार व्यक्त करना चाहिए।

    laxmi ji ko khush karne ke upay

    🪙 लक्ष्मी जी के आठ स्वरूप (अष्टलक्ष्मी)

    माँ लक्ष्मी के आठ स्वरूप हैं जिन्हें “अष्टलक्ष्मी” कहा जाता है। प्रत्येक स्वरूप जीवन के एक विशेष पहलू से जुड़ा है —

    आदि लक्ष्मी – प्रारंभिक ऊर्जा की देवी

    धन लक्ष्मी – धन और समृद्धि की अधिष्ठात्री

    धान्य लक्ष्मी – अन्न और पोषण की देवी

    गज लक्ष्मी – शक्ति और शौर्य की देवी

    संतान लक्ष्मी – परिवार और वंश वृद्धि की देवी

    वीर लक्ष्मी – साहस और विजय की देवी

    विजय लक्ष्मी – सफलता और कीर्ति की देवी

    विद्या लक्ष्मी – ज्ञान और बुद्धि की देवी

    इन आठों स्वरूपों की पूजा से जीवन के हर क्षेत्र में सफलता मिलती है।

    🌕 दीवाली पर लक्ष्मी पूजा का विशेष महत्व Laxmi Ji Ko Khush Karne Ke Upay

    दीवाली की रात को अमावस्या होती है, जो अंधकार का प्रतीक है।
    इस अंधकार को मिटाने के लिए हम दीपक जलाते हैं और माँ लक्ष्मी का स्वागत करते हैं।
    यह प्रतीक है — अंधकार से प्रकाश की ओर बढ़ने का,
    यानि अज्ञान से ज्ञान की ओर, दुख से सुख की ओर।

    लक्ष्मी पूजा हमें याद दिलाती है कि धन का महत्व (Laxmi Ji Ko Khush Karne Ke Upay ) तभी है जब वह सदुपयोग में आए और समाज के हित में लगाया जाए।

    🌻 निष्कर्ष (Conclusion)

    लक्ष्मी पूजा केवल धन प्राप्त करने का साधन नहीं (Laxmi Ji Ko Khush Karne Ke Upay ), बल्कि जीवन को संतुलित, सकारात्मक और कृतज्ञ बनाने का माध्यम है।
    यह हमें सिखाती है कि स्वच्छता, ईमानदारी, परिश्रम और श्रद्धा से किया गया कार्य हमेशा फलदायी होता है।

    माँ लक्ष्मी की कृपा से न केवल हमारे घर में धन आता है, बल्कि मन में शांति और जीवन में स्थिरता भी आती है।
    इसलिए हर वर्ष जब भी आप दीपावली मनाएँ, तो केवल रोशनी ही नहीं, बल्कि अपने मन, विचार और कर्मों में भी प्रकाश लाएँ।

  • Hello world!

    Welcome to WordPress. This is your first post. Edit or delete it, then start writing!